कब से शुरू हो रहा है सावन का पावन महीना? इस बार बन रहा है विशेष संयोग जानिए *ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्रा ज्योतिषाचार्य आकांक्षा श्रीवास्तव* से सावन के महीने का हिंदू धर्म में काफी अधिक महत्व होता है। इस माह में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सावन का पावन माह भोले शंकर का होता है। इस माह में भोले शंकर की पूजा- अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। सावन के महीने को मनोकामनाओं को पूरा करने वाला माह भी कहा जाता है। यह माह काफी पवित्र होता है, इस माह में भोले बाबा की विशेष पूजा करनी चाहिए। कब से शुरू हो रहा सावन का महीना इस साल सावन के महीने की शुरुआत 6 जुलाई से हो रही है और समापन 3 अगस्त को होगा। 📌मां पार्वती ने किया था तप धार्मिक कथाओं के अनुसार मां पार्वती ने भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए सावन के महीने में कठोर तप किया था। 📌इस बार बन रहा है विशेष संयोग इस बार सावन के महीने में विशेष संयोग बन रहा है। 6 जुलाई से शुरू हो रहे सावन के महीने की शुरुआत भी सोमवार से हो रही है और समापन के दिन यानी 3 जुलाई को भी सोमवार ही पड़ रहा है। इस साल सावन महीने की शुरुआत और समापन सोमवार के दिन ही होगा जो धार्मिक नजरिए से एक अद्भुत संयोग है। 📌सावन के महीने का महत्व सावन के महीने का बहुत अधिक महत्व होता है। इस माह में भगवान शिव की पूजा करने से जीवन से सभी तरह की परेशानियों से छुटकारा मिलता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान शंकर की पूजा करने से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति हो जाती है। विवाह संबंधित समस्याएं दूर होती हैं सावन के महीने का बहुत अधिक महत्व होता है। धार्मिक मान्यताओं के इस माह में भोले शंकर की पूजा-अर्चना करने से विवाह संबंधित समस्याएं दूर हो जाती हैं। जिन लोगों के विवाह में परेशानियां आ रही हैं, उन्हें सावन के महीने में भोले बाबा की विशेष पूजा- अर्चना करनी चाहिए। वैवाहिक जीवन की समस्याएं दूर हो जाती हैं भगवान शिव की कृपा से वैवाहिक जीवन की समस्याएं दूर हो जाती हैं। जो व्यक्ति सावन के पावन महीने में भोले शंकर की विशेष पूजा- अर्चना करता है, उसके वैवाहिक जीवन में कोई भी परेशानी नहीं आती है। जिन लोगों के वैवाहिक जीवन में परेशानियां चल रही हैं, उन्हें भगवान शंकर की पूजा करनी चाहिए। *ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्रा ज्योतिषाचार्य आकांक्षा श्रीवास्तव* astroexpertsolution.com