।। शीघ्र विवाह एवं विवाह में रुकावट दूर करने के उपाय Jyotishacharya . Dr Umashankar mishr-9415087711-9235722996 आज मैं आपको कुछ ऐसे उपाय बता रहा हूं जिसके करने से विवाह में आने वाली रुकावट दूर होती है, यदि किसी अन्य कारण से विवाह नहीं हो पाता है तो आप इन उपायों के माध्यम से लाभ उठा सकते हैं, इसमें सबसे पहले बात यह है कि आपकी पत्रिका में विवाह योग होना आवश्यक है, आप सर्वप्रथम किसी विद्वान से अपनी पत्रिका का जरूर दिखावें, और उसके उससे यह पता चलता है कि पत्रिका में विवाह योग है कि नहीं और उसके पश्चात आप यह उपाय करें आपका शीघ्र विवाह होगा ।। • शादी योग्य लोगों को प्रत्येक गुरुवार को नहाने वाले पानी में एक चुटकी हल्दी डालकर नहाना चाहिए, केसर का भी प्रयोग कर सकते हैं, इससे आपका शीघ्र विवाह होगा ।। ° आपका यदि शादी में रुकावट आ रहा है तो गुरुवार के दिन गाय को दो आटे की पेठे अर्थात थोड़ी हल्दी लगाकर थोड़ा गुण तथा चने की गीली दाल का भोग लगाएं इससे आपका शीघ्र विवाह होगा ।। • भुल कर भी वृद्धो का अपमान ना करे , वृद्ध व्यक्तियो का यथा समर्थ सम्मान एवं मदद करना चाहिए ।। • यह उपाय शुक्ल पक्ष के प्रथम गुरुवार को करना है, गुरुवार की शाम को पांच प्रकार की मिठाई के साथ में हरी इलाइची का जोड़ा तथा शुद्ध घी से दीपक के साथ जल अर्पित करना चाहिए, यह लगातार तीन गुरुवार को करना है, इससे आपका शीघ्र विवाह होगा ।। ▪ यदि किसी कन्या की पत्रिका में मांगलिक योग होने के कारण विवाह में बाधा आ रही हो तो वह कन्या मंगल चंडिका स्तोत्र का मंगलवार तथा शनिवार को सुंदरकांड का पाठ करें, इससे भी आपका विवाह बाधा दूर होगा और अति शीघ्र आपका विवाह होगा ।। • यह प्रयोग स्त्री वर्ग के लिए ही है, विशेषकर आयु होने के बाद भी विवाह होने में बाधा आने से मुक्ति के प्रयोग, शुक्रवार की रात्रि में आठ सूखे छुहारे में उबालकर जल के साथ ही अपने सोने वाले स्थान के सिरहाने पर रख कर सोए, तथा शनिवार को प्रातः स्नान करने के बाद किसी भी बहते जल में प्रवाहित कर दें, इस प्रयोग को करने से आपका बहुत ही शीघ्र विवाह होगा , क्योंकि बहुत चमत्कारिक प्रयोग है ।। • यह उपाय भी कन्या को करना है, इस उपाय में किसी भी शुक्ल पक्ष के प्रथम सोमवार से भगवान शिव के नाम से सात व्रत का संकल्प लेकर व्रत आरंभ करें, कन्या श्वेतार्क के वृक्ष के पास जाकर धुप दीप अर्पित कर जल आचमन कर 8 पत्ते तोड़कर लाएं 7 पत्तो को तो पत्तल बनाए तथा आठवें पत्ते पर कन्या अपना नाम लिखकर भगवान शिव को अर्पित करें व्रत का भोजन सात पत्तों की पत्तल पर ही करें तथा व्रत पूर्ण होने के बाद श्वेतार्क के वृक्ष पुष्प भगवान आशुतोष को अर्पित करें विवाह के बाद कन्या अपने पति के साथ जाकर एक सवाल श्वेतार्क के पुष्प की माला बनाकर भगवान शिव को अर्पित अवश्य करें इससे आपका शादी होगा और साथ में सुखमय जीवन व्यतीत करेंगे ।।