समस्त समस्याओं का एकमात्र हल है ~ अध्यात्मवाद **(Jyotishacharya Dr Umashankar mishr-9415087711))- संसार भर में समस्याओं की कमी नहीं है । किसी के सम्मुख शारीरिक समस्या होती है, तो किसी के सम्मुख मानसिक और किसी को आर्थिक समस्या घेरे रहती है। किसी न किसी प्रकार की समस्या प्रायः सबके पीछे लगी रहती है। समस्याओं से सर्वथा रहित कदाचित् ही कोई व्यक्ति रहता है। कोई यदि शरीर से दुःखी है, निर्बल, बुढ़ापा घेरे है तो कोई मन से उद्विग्न है। कहीं सम्मान में धक्का लग गया है। संतान नालायक निकल गई और कोई विरोध उत्पन्न हो गया है। बहुत से जीविका, व्यय और व्यापार, व्यवसाय में चढ़ाव-उतार के कारण आर्थिक संकट में फँसे हैं। इस प्रकार शारीरिक, मानसिक और आर्थिक समस्याओं में से कोई-न-कोई समस्या सबके सामने खड़ी ही रहती है। इन समस्याओं का समाधान किये बिना उन्नति और प्रगति का मार्ग पा लेना बहुत कठिन है। 👉 लोग अपनी समस्याओं को यथासाध्य सुलझाने का भी यत्न करते हैं। अर्थ संकट आ जाता है, तो सब कुछ भूलकर उसके सुलझाने में लग जाते हैं। शारीरिक समस्या खड़ी हो जाती है तो उसका उपाय करने लगते हैं और जब कोई मानसिक उलझन में पड़ जाते हैं तो उसका उपचार सोचते हैं। पर होता यह है कि एक समस्या सुलझाने में लगे रहने से संसार की दूसरी समस्याओं को अवसर मिल जाता है और वे अपना प्रभाव बढ़ा लेती हैं। जैसे शारीरिक समस्या में संलग्न होने पर आर्थिक संकट उठ खड़ा होता है और अर्थ संकट की ओर ध्यान देने पर मानसिक उद्विग्नता आ घेरती है। 👉 इस प्रकार एक के बाद एक, कोई-न-कोई समस्या आती रहती है और मनुष्य का जीवन उनको सुलझाने में ही तबाह हो जाता है, वास्तविक लक्ष्य के लिए कुछ नहीं कर पाता। यदि कोई ऐसा उपाय निकल आये, जिसको प्रयोग में लाने पर सारी समस्याएं एक साथ शमन होती रहें तभी कुछ काम बन सकता है। नहीं तो जीवन इसी प्रकार के ऊहापोह में व्यतीत हो सकता है। सारी समस्याओं का एक सामान्य हल है-"'अध्यात्मवाद'"। यदि शारीरिक, मानसिक और आर्थिक सभी क्षेत्रों में "अध्यात्मवाद" का समावेश कर लिया जाये और अपना दृष्टिकोण सर्वथा "आध्यात्मिक" बना लिया जाये, तो सारी समस्याओं का समाधान साथ-साथ होता चले और आत्मिक प्रगति के लिए अवसर एवं अवकाश भी मिलता रहे। विषयों में सर्वथा भौतिक दृष्टिकोण रखने से ही सारी समस्याओं का सूत्रपात होता है। दृष्टिकोण में वांछित परिवर्तन लाते ही सब काम बनने लगेंगे। !!! अत: आध्यात्मवादी भौतिकता अपनाई जाए !!! 🕉जय जय सियाराम🚩