नए वाहन की पूजा करने की परंपरा का ज्योतिषीय कारण 〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️Jyotish Acharya Dr Umashankar Mishra फ़्लैट सo A 3/ 7 0 2 पारिजात अपार्टमेंट , विक्रांत खण्ड शहीदपथ , अवधबस स्टेशन के समीप Mob - 9415 087 711 Mob- 923 5722 996 🙏🙏 हमारे देश में हर कार्य से जुड़ी अनेकों परंपराएं हैं ऐसी ही एक परंपरा है. घर में नए वाहन को लाने पर उसकी पूजा करने की. कुछ लोगों के वाहन, बाइक, कार या कोई हैवी व्हीकल हमेशा खराब रहता है. वे उसे बार बार ठीक करवाते हैं, उस पर पैसे खर्च करते हैं फिर भी उनका वाहन साथ नहीं देता. ज्योतिष के नजरिए से देखें तो निश्चित ही कुंडली में शनि और मंगल अशुभ प्रभाव दे रहे हैं. शनि और मंगल के अशुभ प्रभाव से ही आपका वाहन हमेशा खराब रहता है. इसलिए अशुभ ग्रह भी शुभ प्रभाव देने लगे इस भावना के साथ घर में वाहन लेकर आते वक्त मुहूर्त का ध्यान तो रखा ही जाता है. साथ ही, उसका विधि-विधान से पूजन कर मिठाई भी बांटी जाती है, लेकिन बहुत ही कम लोग जानते हैं कि इसके पीछे कारण क्या है. दरअसल, हमारे शास्त्रों के अनुसार वाहन को भगवान गरुड़ का स्वरूप माना जाता है. गरुड़ का रूप मानकर जब शुभ मुहूर्त में कोई वाहन घर में लाया जाता है और विधि से उसका पूजन किया जाता है तो ऐसा माना जाता है कि वाहन से किसी तरह की कोई दुर्घटना नहीं होती और वो सुरक्षित रहता है. इसलिए हमारे यहां घर में लाए जाने वाले नए वाहन का पूजन जरूरी माना गया है