इस मंत्र के साथ लगाएं होली की भस्म शरीर पर, रहेंगी अशुभ शक्तियां दूर मात्र एक मंत्र है जिसके जप से होली पर पूजा की जाती है और इसी शुभ मं‍त्र से सुख, समृद्धि और सफलता के द्वार खोले जा सकते हैं।    ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्र आचार्य आकांक्षा श्रीवास्तव 94150 877 11 अहकूटा भयत्रस्तै:कृता त्वं होलि बालिशै: अतस्वां पूजयिष्यामि भूति-भूति प्रदायिनीम:    इस मंत्र का उच्चारण एक माला, तीन माला या फिर पांच माला विषम संख्या के रूप में करना चाहिए।    होली की बची हुई अग्नि और भस्म को अगले दिन प्रात: घर में लाने से घर को अशुभ शक्तियों से बचाने में सहयोग मिलता है तथा इस भस्म का शरीर पर लेपन भी किया जाता है।    भस्म का लेपन करते समय निम्न मंत्र का जाप करना कल्याणकारी रहता है-   वंदितासि सुरेन्द्रेण ब्रह्मणा शंकरेण च। अतस्त्वं पाहि मां देवी! भूति भूतिप्रदा भव।।   विशेष : सेंककर लाए गए धान को खाने से निरोगी रहते हैं।