प्रश्न कुंडली Jyotish Aacharya Dr Umashankar Mishra 9415 087 711 923 572 29 96 आज बात करते है हम प्रश्न कुंडली की तो प्रश्न कुंडली होती क्या है जब कोई भी किसी ज्योतिषी से प्रश्न पूछता है तो उस समय की स्तिथि पंचाग में देखकर जो कुंडली बनाई जाती है वो प्रश्न कुंडली होती है जैसे कोई अभी प्रश्न करे तो इस समय की कुंडली बनाये वो प्रश्न कुंडली होगी , प्रश्न कुंडली से हम किसी भी प्रश्न का उत्तर पा सकते है मगर हम प्रश्न कुंडली मे यह कैसे देखे की कार्य आदि कोई होगा या नही कब होगा आदि आदि तो जब भी कोई प्रश्न कुंडली बनाता है उस समय जो लग्न होता है उसका स्वामी हो गया लग्नेश और जो भी प्रश्न करेगा वो कुंडली मे से किसी भाव सम्बंदि हो होगा ही तो वो हो जिस कार्येश , तो अब प्रश्न कुंडली बनाकर कोई प्रश्न कर ले की मेरा विवाह होगा के नही और कब होगा होगा तो अब में पोस्ट लिख रहा हु इस समय 11:47 का समय है और लग्न है वृश्चिक तो लग्नेश हुआ मंगल तो एक तो यह मंगल होगा गया अब दूसरा तो विवाह का प्रश्न है तो 7 भाव से विचार करेंगे तो 7 भाव मे वृष राशि है और शुक्र हो गया कार्येश तो शुक्र कुंडली मे 12 भाव मे अपनी राशि का है और लग्नेश भी उच्च का है लग्नेश पर चन्द्रमा की भी दृष्टि है तो विवाह जरूर होगा अब होगा कब जब शुक्र और मंगल दोनो एक राशि मे होंगे तो जो सायद तक जून के आस पास होंगे उस समय विवाह हो जाएगा , क्योंकि लग्न स्थिर है अभी तो थोड़ी देरी होगी , हमें प्रश्न कुंडली का फलादेश ऐसे करना चाहिए , अब प्रश्न कुंडली के कुछ प्रयोग जिससे कार्य अवश्य सिद्ध होता है या प्रश्न कुंडली से फलादेश ऐसे करे यह = कोई भी भाव सम्बंदि प्रश्न हो उस भाव पर यदि गुरु की दृष्टि हो तो कार्य कितना भी जटिल क्यों ना हो कार्य होने की संभावना रहती है जिस भाव के सम्बंदि प्रश्न हो और उस भाव पर शनि की दृष्टि हो तो कार्य कितना भी सरल क्यों ना हो सफलता की संभावना रहती है प्रश्न कुंडली मे जब लग्नेश और कार्येश जिस भाव के सम्बंदि प्रश्न है वो जब साथ हो तो कार्य जल्दी होता है कार्येश या लग्नेश पर चन्द्रमा की दृष्टि भी कार्य सिद्धि देती है लग्न या दशम भाव पर गुरु या शुक्र की दृष्टि हो या वहाँ विराजमान हो तो कार्य हो जाता है इस तरह से हमें प्रश्न कुंडली देखनी चाहिये ,